释义 |
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{{AFC submission|t||ts=20190128072743|u=KailashMadbaiya|ns=118|demo=}}जन्म तिथि- सरकारी अभिलेखों में 02दिसम्बर 1943 , कुण्डली में 25 जून 1944 जन्म स्थान- बानपुर जिला ललितपुर उ0प्र0, निकट टीकमगढ़ म0प्र0 षिक्षा-एम0एस.सी0,बी0एड0,एल0एल0बी0,पी.एचडी वर्क, प्रयाग से विद्या वारिधि उपाधि/समतुल्य पी.एच डी./ विषेष-जीवाजी विष्वविद्यालय द्वारा श्री कैलाष मड़बैया पर पी0एच.डी0 प्रदत्त,सागर विष्वविद्या0 में एम फिल. कार्य व्यवसाय - लगभग10वर्ष व्याख्याता फिर प्रषासनिक सेवाओं के लिये लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित। 25 वर्ष विभिन्न प्रषसनिक पदों पर विभिन्न स्थानों पर रहे और दिसम्बर 2003 में ज्वायण्ट कमिष्नर कोआपरेषन/उच्चतम प्रथम श्रेणी अधिकारी/ पद से सेवानिवृत्त। - जबलपुर हाई कोर्ट से अधिवक्ता हेतु पंजीकृत।कुछ वर्षों बकालत भी की।
- सम्पूर्ण भारत की 3 बार यात्रा और देष के अनेक उच्च स्तरीय मंचों पर रचना पाठ ।
- अमेरिका,इंगलेण्ड ,जापान, मारीषस, दुबई, नेपाल,चीन ,सिंगापुर,मलेषिया आदि देषों में रचना पाठ। नेपाल,तिब्बत और चीन से कैलाष-अष्ठापद- मानसरोवर की, ‘बुन्देली भक्तामर’ सृजन के कारण ,70वर्ष की उम्र में दुष्कर पर सफल आध्यात्मिक- साहित्यिक यात्रा। काॅमन वेल्थ गेम्स के समय विष्व कविता सम्मेलन में मध्य देष का प्रतिनिधित्व, भारत के राष्ट्पति द्वारा ‘बुन्देलखण्ड के इतिहास पुरुष’ ग्रंथ लोकार्पण के साथ राष्ट्पति भवन में सम्मानित अन्तर्राष्टीय काठमाण्डो षाॅंन्ति सृजन पृरस्कार-नेपाल के राजदूत और चंसलर द्वारा,राष्ट्पति-नेपाल द्वारा लोकार्पण- प्रथम ‘बुन्देली के ललित निबंध’ग्रंथ। अन्तर्राष्ट्ीय सिंगापुर साहित्य सृजन सम्मान-गाॅंधी जयन्तीः2015 बुन्देली गद्य लेखन में अभूतपूर्व योगदान एवं बुन्देली भाषा के मानकीकरण का कार्य उद्भूत। राष्ट्ीय अध्यक्ष-अखिल भारतीय बुन्देलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद।चेयर पर्सन नेषनल ‘अनेकान्त’ एकेडमी
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